जैमूरा व बसनाझर सेवा सहकारी समिति में 1 करोड़ 29 लाख का घोटाला !

. जैमूरा व बसनाझर सेवा सहकारी समिति में 1 करोड़ 29 लाख का घोटाला !
रायगढ़ समिति के प्रबंधक, संचालक मंडल समेत 16 के विरुद्ध खरसिया पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, वर्ष 2019-20 में समिति में आए धान और बारदाना का किया गबन, खाद्य विभाग की जांच में हुआ खुलासा सेवा सहकारी समिति की आड़ में धान खरीदी में हर साल करोड़ो रुपयों का बंदरबाट कर शासन को चूना लगाया जाता है। वर्ष 2019-20 में कुछ समितियों द्वारा किए गए घोटाले का मामला अब सामने आने लगा है। खाद्य विभाग की टीम ने जैमूरा और बसनाझर सेवा सहकारी समिति में धान की समर्थन मूल्य में खरीदी और बारदाने की जांच कर तकरीबन 1 करोड 29 लाख रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है।
जांच के बाद दोनो सेवा सहकारी समिति के आरोपी प्रबंधक, संचालक मंडल, अध्यक्ष उपाध्यक्ष, फड़ प्रभारी समेत 16 लोगों के विरुद्ध खरसिया थाने में अमानत में ख्यानत का अपराध दर्ज कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य में धान खरीदी के दौरान रायगढ जिले में अधिकारियों की मिली भगत से सेवा सहकारी समितियों में जमकर
घोटाला किया जाता है। लेकिन इसके बाद भी समितियों पर बडी कार्रवाई नहीं की जाती। फिर से वही बदनाम समितियों को ही काम दिया जाता है। फिलहाल गत वर्ष किए गए धान खरीदी और बारदाने को लेकर जांच की जा रही है। खाद्य विभाग की टीम को इस जांच में बडी कामयाबी मिली है। बताया जा रहा है कि खरसिया विकासखंड के अंतर्गत आने वाले जैमूरा और बसनाझर सेवा सहकारी समिति में जमकर बंदरबाट किया गया है।
समिति के प्रबंधक, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संचालक सदस्य, बारदाना प्रभारी, फड प्रभारी, लिपिक, कंप्यूटर आपरेटर ने मिलकर दोनो समिति में तकरीबन 1 करोड 29 लाख 89 हजार 156 रुपये का धान, बारदाना और नकदी का गबन कर शासन को चूना लगाया गया है। गबन के लिए समिति के लोगों की जिम्मेदारी भी तय की गई है। बताया जा रहा है कि जांच प्रतिवेदन के बाद कलेक्टर के निर्देश पर खरसिया के खाध निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार एक्का ने खरसिया थाने में एपफआईआर दर्ज कराया है। जिस पर पुलिस ने दो सेवा सहकारी समिति के 16 आरोपियों के विरुद्ध 409, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। इस कार्रवाई से सेवा सहकारी समितियों में हडकंप मच गया है।
इनके विरुद्ध दर्ज की गई एफआईआर
1 प्रमोद कुमार राठौर, हालाहुली
2 सुमति बाई सिदार जैमूरा
3 तेजराम पटेल जैमूरा
4 मथूरा बाई सिदार खरसिया
5 भानू प्रताप डनसेना
6 खगपति पटेल जैमुरा
7 लाल कुमार नागवंशी
8 हरिनंदन डनसेना
9 गगेलाल साहू
10 बुधराम पटेल
11 रामाधर बंजारे
12 बुद्धेश्वर डनसेना
13 वल्लब सिंह राठिया
14 रामकुमार सिदार
15 डोल नारायण पटेल
16 हलधर डनसेना
खाद बीज विक्रय में भी जमकर की बेईमानी
सेवा सहकारी समिति का जो हाल है उससे इन समितियों में सेवा भाव कहीं भी नजर नहीं आता। प्रत्येक समिति में हर साल लाखों के घोटाले होते हैं। केवल धान खरीदी ही नहीं खाद-बीज की बिक्री में भी यह समितियों बंदरबाट करने से बाज नहीं आती। कृषि विभाग ने दर्जनभर सेवा सहकारी समितियों के खाद बीज विक्रय का लाइसेंस निरस्त किया था लेकिन इतनी गंभीर अनियतिता पाए जाने के बाद भी कृषि विभाग ने भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे समिति प्रबंधकों पर एपफआईआर नहीं कराई।