जनपद पंचायतों में ठीक चुनाव के 1 दिन पहले 753 ग्राम पंचायतों में 18 करोड़ 14 लाख 64 हजार 465 रुपये की राशि बांट दी

रायगढ़ :- 14वे वित्त की राशि का जमकर हुआ बंदरबाट, जांच हो तो करोड़ों के गबन का मामला होगा उजागर, पंचायत चुनाव के 1 दिन पहले राशि जारी करना सन्देहों को दे रहा जन्म
जिले में जनपद पंचायतों में ठीक चुनाव के 1 दिन पहले 753 ग्राम पंचायतों में 18 करोड़ 14 लाख 64 हजार 465 रुपये की राशि बांट दी। यह राशि पंचायतों में मूलभूत विकास के लिए दी गई थी लेकिन चुनाव के बाद आए रिजल्ट में अधिकांश पंचायत प्रतिनिधि बदल गए ऐसे में 14वें वित्त की राशि का भरपूर दुरुपयोग व भ्रष्टाचार किया गया है। यदि मामले की सूक्ष्म जांच की जाए तो पंचायतों में बड़ा घोटाला सामने आएगा।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के जनपद पंचायतों में 14वें वित्त के तहत 23-12-2019 या उसके पश्चात जारी किए गए राशि का एक विवरण प्राप्त हुआ है। बताया जा रहा है की जनपद पंचायतों ने चुनाव आचार संहिता के दौरान और चुनाव के 1 दिन पूर्व 753 पंचायतों में 18 करोड़ 14 लाख की राशि वितरित कर दी है। यह राशि अधिकांश पंचायतों में प्रकाश के लिए या नाली व समुदायिक भवन निर्माण के लिए जारी किया गया था। लेकिन वर्तमान स्थिति पर जाएं तो साल भर बीतने के बाद भी 14 वित्त की राशि का उपयोग किसी तरह के निर्माण कार्य में नहीं किया गया है। कुछ पंचायतों में फर्जी बिलिंग कर राशि का गबन कर लिया गया है। चूँकि प्रकाश व्यवस्था के नाम पर यह राशि वितरित की गई थी ऐसे में बिजली दुकान के संचालकों से सांठगांठ कर पंचायत प्रतिनिधियों ने 14 वित्त की राशि का गबन किया है। चुनाव के ठीक 1 दिन पहले राशि वितरित होने और चुनाव के रिजल्ट आने पर अधिकांश पंचायत प्रतिनिधियों के चेहरे बदल गए ऐसे में पुराने प्रतिनिधियों से नए प्रतिनिधियों ने सांठगांठ कर राशि हजम कर ली है।
बता दें कि खरसिया जनपद पंचायत में तकरीबन 1 करोड़ 88 लाख 76 हजार 78 रुपये 81 ग्राम पंचायतों में दिया गया। रायगढ़ जनपद पंचायत में 87 गांव के लिए 1 करोड़ 58 लाख 84 हजार ₹688 जारी किया गया। जनपद पंचायत पुसौर में 86 गांव के लिए 2 करोड़ 15लाख 90 हजार 424, घरघोड़ा जनपद पंचायत ने 42 गांव के लिए 66 लाख 99 हजार 986 रुपये, सारंगढ़ जनपद पंचायत ने 125 पंचायत के लिए 6 करोड़ 76 लाख 59हजार 286 रुपये, तमनार जनपद पंचायत ने 61 गांव के लिए 12 लाख 92 हजार, बरमकेला जनपद पंचायत ने 93 गांव के लिए 3 करोड़ 33 लाख 8 हजार 724, लैलूंगा जनपद पंचायत में 73 गांव के लिए 1 करोड़ 50 लाख व धर्मजयगढ़ जनपद पंचायत ने अपने क्षेत्र के 105 पंचायतों के लिए 7 लाख 50 हजार की राशि जारी की है। यानी कुल मिलाकर 14वें वित्त के नाम पर येन पंचायत चुनाव के समय 18 करोड़ 14 लाख 64 हजार 465 रुपए आचार संहिता के दौरान पंचायतों में भेजी गई। जानकारी के अनुसार अधिकांश पंचायतों में 14 वित्त की राशि का जमकर दुरुपयोग किया गया है। चुनाव जीत कर आए नए प्रतिनिधियों ने पुराने प्रतिनिधियों से तालमेल बनाकर 14 वित्त की राशि का गबन कर लिया लेकिन इतने बड़ा मामला होने के बाद भी ना तो सत्ता पक्ष ने आवाज उठाई और न ही विपक्ष ने। यदि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए तो करोड़ो का गबन सामने आएगा, जो कि अब तक का सबसे बड़ा गबन का मामला होगा। बहरहाल देखने वाली बात होगी कि जिला प्रशासन और जिला पंचायत मामले में कोई ठोस कदम उठाती है या नहीं।